बहुत सुन्दर
धन्यवाद बंधुवर
वाह!!!बहुत सटीकआबो-हवा में ज़हर भरा सारा आलम उदास है। एक सच के हजार चेहरे हर आदमी बदहवास है। लाजवाब।
आभार आपका
क्या बात है। व्यवस्था से उपजे विवाद और अवसाद की सूक्ष्म अभिव्यक्ति 🙏
सटीक अभिव्यक्ति ।।
बहुत सुन्दर
ReplyDeleteधन्यवाद बंधुवर
Deleteवाह!!!
ReplyDeleteबहुत सटीक
आबो-हवा में ज़हर भरा
सारा आलम उदास है।
एक सच के हजार चेहरे
हर आदमी बदहवास है।
लाजवाब।
आभार आपका
Deleteक्या बात है। व्यवस्था से उपजे विवाद और अवसाद की सूक्ष्म अभिव्यक्ति 🙏
ReplyDeleteआभार आपका
Deleteसटीक अभिव्यक्ति ।।
ReplyDeleteआभार आपका
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