Wednesday, December 19, 2012

{ २१७ } बिस्मिल





बिस्मिल छवि अंकित
जन-जन हृदयागार में
अमर कीर्ति तेरी अक्षुण
हिम-शिखर सी संसार में।

मातृभूमि के लिये हो गया
जीवन न्योछावर जिनका
स्वातंत्र आन्दोलन का
इतिहास साक्षी है उनका।

जिनकी स्मृतियों का मनता
सबके हृदय में नित पर्व है
भारत माता को अपने इस
वीर शहीद सपूत पर गर्व है।।

-------------------- गोपाल कृष्ण शुक्ल

1 comment:

  1. हम सभी को उस भारत का अंश होने पर गर्व है, जिसे बिस्मिल जैसे सपूतों ने अपने सपनों सा खूबसूरत आकार देने के लिए खुद को कुर्बान कर दिया|
    जय हिंद

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