मोहब्बत,
जो न दिखाई देती है
और न ही सुनाई देती है,
मोहब्बत तो बस
सच्चे दिलों को
महसूस होती है,
मोहब्बत,
सुकून भी देती है
पर उससे कहीं ज्यादा
दिलों मे दर्द देती है,
मोहब्बत से मिला यही दर्द
आशिक का इनाम है,
और यही दर्द
आशिक की
बेशुमार दौलत भी।।
-- गोपाल कृष्ण शुक्ल
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