पर जमाना बना हुआ बीच मे दीवार है।
ये हमारे प्यार की ही मजबूत नींव है
होती रहती जो कभी-कभी तकरार है।
तड़पना, जगना और राह का तकना
यही मोहब्बत का असली किरदार है।
हमे तन्हा प्यार के सफ़र में न छोड़ना
आसां नही इश्क की राह बहुत दुश्वार है।
चले जायेंगे एक दिन दुनिया छोड़कर
पर कहते रहेंगे कि हमे तुमसे प्यार है।
........................................... गोपाल कृष्ण शुक्ल
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